1. अक्ल का दुश्मन: मूर्ख व्यक्ति।
2. अक्ल ठिकाने आना: समझ में आना।
3. अगली गली का पता न होना: अनजान होना।
4. अग्नि परीक्षा: कठिन परीक्षा।
5. अंधे के हाथ बटेर लगना: अचानक लाभ मिलना।
6. अंधेरे में तीर चलाना: बिना समझ के काम करना।
7. अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारना: खुद को नुकसान पहुंचाना।
8. अपनी बला टालना: अपने सिर से मुसीबत हटाना।
9. अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है: अपने क्षेत्र में हर कोई शक्तिशाली लगता है।
10. अपनी ढपली अपना राग: अपनी बात मनवाना।
11. अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना: खुद की तारीफ करना।
12. अपने आप में मस्त रहना: खुद में ही व्यस्त रहना।
13. अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत: समय निकल जाने के बाद पछताना।
14. अंग-अंग ढीला होना: बहुत थक जाना।
15. अन्न का दाना दाना खोजना: गहराई से जांच करना।
16. अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का: विश्वासघात करना।
17. अच्छे-अच्छों के होश उड़ जाना: मुश्किल में डालना।
18. अच्छाई का बुरा नतीजा: अच्छा काम कर भी नुकसान होना।
19. अति आत्मविश्वास में आना: जरूरत से ज्यादा भरोसा करना।
20. अंधे को क्या चाहिए दो आंखें: जिसे जरूरत होती है वही चीज मिलना।
21. ईंट का जवाब पत्थर से देना: करारा जवाब देना।
22. ईमानदारी की कमाई: सच्चाई से कमाया गया धन।
23. ईश्वर की मर्जी: भगवान की इच्छा।
24. ईर्ष्या की आग में जलना: जलन करना।
25. ऊंट के मुंह में जीरा: जरूरत से कम मिलना।
26. ऊंची दुकान फीका पकवान: दिखावा ज्यादा असलियत कम।
27. उगते सूरज को सलाम करना: ताकतवर को नमस्कार करना।
28. उठते-पड़ते जीना: मुश्किलों में जीना।
29. उल्टा चोर कोतवाल को डांटे: गलत व्यक्ति दूसरों को दोष देना।
30. उलटी गंगा बहाना: असंभव काम करना।
31. उपदेश देना आसान है: कहना सरल करना कठिन।
32. उदास चेहरा: दुखी होना।
33. ऋण चुकाना: कर्ज वापस करना।
34. ऋषि-मुनियों का वास: शांत स्थान।
35. एक आंख में आंसू, एक आंख में हंसी: मिला-जुला भाव।
36. एक तीर से दो शिकार: एक साथ दो फायदे।
37. एक कान से सुनना दूसरे से निकाल देना: बात पर ध्यान न देना।
38. एक हाथ देना दूसरा हाथ लेना: सौदा करना।
39. एक जैसे दो पंख: समान व्यक्ति।
40. एक ही थाली के चट्टे-बट्टे: एक जैसे लोग।
41. एक-दूसरे की टांग खींचना: नीचा दिखाना।
42. एहसान फरामोश: उपकार भूल जाना।
43. ऐन वक्त पर धोखा देना: समय पर विश्वासघात।
44. औकात दिखाना: असली रूप दिखाना।
45. औंधे मुंह गिरना: बुरी तरह असफल होना।
46. औरत की जुबान लंबी होना: अधिक बोलना।
47. कपड़े फाड़कर रोना: अत्यधिक दुख प्रकट करना।
48. कपाल पर भाग्य लिखा होना: किस्मत में लिखा होना।
49. कमर कसना: तैयार होना।
50. कठिन समय आना: मुश्किल समय आना।
51. कान का कच्चा: जल्दी बहक जाने वाला।
52. कान में जूं तक न रेंगना: कोई असर न होना।
53. कार में बैठे राजा: रुतबा दिखाना।
54. कारण ढूंढना: वजह निकालना।
55. कागज पर रंग चढ़ाना: सजावट करना।
56. कल का सपना देखना: भविष्य की योजना बनाना।
57. कबूतर की तरह आंखें मूंद लेना: सच से भागना।
58. कदम-कदम पर धोखा: हर जगह धोखा।
59. कलई खुल जाना: असली चेहरा सामने आना।
60. कलेजा ठंडा होना: संतुष्ट होना।
61. कुंडली मारकर बैठना: कब्जा करना।
62. कुंए का मेढ़क: सीमित सोच वाला।
63. कुल का दीपक: वंश का गौरव।
64. कुलच्छनी होना: अशुभ होना।
65. केक काटना: जश्न मनाना।
66. केंचुए की तरह रेंगना: बहुत धीरे चलना।
67. खोदा पहाड़ निकली चुहिया: बड़ा प्रयास लेकिन छोटा परिणाम।
68. खट्टी मीठी यादें: सुख-दुख की बातें।
69. खून का प्यासा: जान का दुश्मन।
70. खुदा के बंदे: ईश्वर के भक्त।
71. घाव पर नमक छिड़कना: दुख में और दुख देना।
72. घर का भेदी लंका ढाए: अंदर का आदमी नुकसान करे।
73. घोड़े बेचकर सोना: निश्चिंत होकर सोना।
74. चेहरे पर हवाइयां उड़ना: डर जाना।
75. चांद पर पहुंचना: बड़ी उपलब्धि हासिल करना।
76. चोरी और सीनाजोरी: गलती कर के भी डांटना।
77. चमड़ी जाय पर दमड़ी न जाय: कंजूस होना।
78. चोट खाना: नुकसान उठाना।
79. चिकनी चुपड़ी बातें: मीठी बातें करना।
80. चुपके से काम करना: गुप्त रूप से कार्य करना।
81. चिकनी मिट्टी होना: असर न होना।
82. चौथी दिशा देखना: अनजान स्थान जाना।
83. छोटी सोच रखना: सीमित विचार रखना।
84. जड़ से उखाड़ देना: पूरी तरह खत्म कर देना।
85. जल बिन मछली: जीवन स्रोत के बिना।
86. जल का बुलबुला: अस्थायी चीज।
87. जमीन आसमान एक करना: पूरी कोशिश करना।
88. जन्म-जन्म का साथ: अटूट संबंध।
89. जले पर नमक छिड़कना: दुख में और दुख देना।
90. जहाज डूबना: बड़ी हानि होना।
91. झूठ बोलना: असत्य कहना।
92. झूठे वादे करना: गलत आश्वासन देना।
93. झटका देना: अचानक रोक देना।
94. टाल-मटोल करना: टालना।
95. टेढ़ी नजर: बुरी दृष्टि।
96. टांग अड़ाना: दखल देना।
97. डूबते को तिनके का सहारा: संकट में छोटी मदद।
98. डाकघर जाना: चिट्ठी भेजना।
99. डकार लेना: हजम करना।
100. ढोल की पोल खोलना: सच्चाई उजागर करना।
101. ढाक के तीन पात: हमेशा एक जैसा रहना।
102. ढीली पकड़: कमजोर नियंत्रण।
103. तिनका-तिनका जोड़ना: धीरे-धीरे संपत्ति जोड़ना।
104. तिल का ताड़ बनाना: छोटी बात को बढ़ाना।
105. तोते उड़ जाना: डर से घबरा जाना।
106. थप्पड़ मारकर दोस्ती: डांटकर भी अपनापन।
107. थाली का बैंगन: समय-समय पर बदलना।
108. थाने जाना: पुलिस स्टेशन जाना।
109. थर-थर कांपना: बहुत डरना।
110. थूक कर चाटना: कही हुई बात से मुकर जाना।
111. थाली में छेद करना: अपना ही नुकसान करना।
112. दम तोड़ना: मर जाना।
113. दस्तक देना: आने का संकेत देना।
114. दांतों तले अंगुली दबाना: चकित हो जाना।
115. दिमाग चकराना: उलझन में पड़ना।
116. दाल में कुछ काला होना: गड़बड़ होना।
117. दाल न गलना: सफल न होना।
118. दांत पीसना: गुस्सा करना।
119. दूसरों की बुराई करना: निंदा करना।
120. दिल बहलाना: मनोरंजन करना।
121. दिल पर पत्थर रखना: मजबूरी में कड़ा निर्णय लेना।
122. दिल की बात कहना: अपने मन की बात बताना।
123. दिल से लगाना: बहुत प्यार करना।
124. दिल्लगी करना: मजाक करना।
125. दिल बड़ा करना: उदार बनना।
126. दिल जलाना: परेशान होना।
127. दुश्मनी निभाना: विरोध करना।
128. देखने की चीज होना: सुंदर या आकर्षक होना।
129. धड़ाम से गिरना: जोर से गिरना।
130. धूम मचाना: हंगामा करना।
131. धक्का लगना: नुकसान होना।
132. धूल फांकना: परेशान होना।
133. नमक हराम: विश्वासघात करने वाला।
134. नाक कटना: अपमान होना।
135. नाकों चने चबवाना: बहुत परेशान करना।
136. नाक में दम करना: तंग करना।
137. नाक उंची रखना: सम्मान बनाए रखना।
138. नखरे दिखाना: दिखावा करना।
139. नज़रअंदाज करना: अनदेखा करना।
140. नज़रें मिलाना: सामना करना।
141. नज़र उतारना: बुरी नजर हटाना।
142. निशाना चूकना: असफल होना।
143. नींद हराम होना: बेचैन हो जाना।
144. नीचा दिखाना: अपमान करना।
145. नित्य नये रंग दिखाना: अलग-अलग रूप दिखाना।
146. नौ-दो ग्यारह होना: भाग जाना।
147. पकड़े जाना: रंगे हाथों पकड़ना।
148. पकड में आना: काबू में आना।
149. पत्थर का दिल: निर्दयी।
150. पानी पानी होना: शर्मिंदा होना।
151. पानी फिर जाना: सब व्यर्थ होना।
152. पढ़ाई में मन लगाना: ध्यान लगाकर पढ़ना।
153. पसीना छूटना: डर जाना।
154. पहला कदम रखना: शुरुआत करना।
155. पर न मार सकना: बहुत कमजोर होना।
156. पलकों पर बिठाना: बहुत प्यार करना।
157. पर्दा डालना: छुपाना।
158. परखा जाना: जांचा जाना।
159. प्यार लुटाना: स्नेह देना।
160. पेट की आग बुझाना: भूख मिटाना।
161. पेट फुलाना: नाराज होना।
162. पेट में मरोड़ उठना: घबराहट होना।
163. फूल कर कुप्पा होना: बहुत खुश होना।
164. फूंक-फूंक कर कदम रखना: सावधानी बरतना।
165. फांसी का फंदा: मृत्यु-दंड।
166. बढ़-चढ़ कर बोलना: डींग मारना।
167. बन ठन कर जाना: सजा-संवर कर जाना।
168. बुरा भला कहना: आलोचना करना।
169. बुद्धि भटकना: उलझन में पड़ना।
170. बंदर घुड़की देना: झूठा डराना।
171. बंदर की तरह उछलना: चंचल व्यवहार करना।
172. बंद कमरे में बात करना: गुप्त वार्ता करना।
173. बंद मुट्ठी लाख की: रहस्य को छुपाना।
174. बिगाड़ करना: नुकसान पहुंचाना।
175. बिगड़ना बनना: हालात बदलना।
176. बिछी बिछाई बात बिगाड़ना: बनी बनाई बात खराब करना।
177. बिल्ली के गले में घंटी बांधना: कठिन काम करना।
178. बीच का रास्ता निकालना: समाधान खोजना।
179. बीती बात को भूल जाना: पुरानी बात छोड़ देना।
180. बिना मतलब का झगड़ा: फालतू विवाद।
181. बिना सिर-पैर की बात: बेबुनियाद बात।
182. बुरी संगति का असर: खराब साथ का प्रभाव।
183. भरी सभा में: सबके सामने।
184. भावना व्यक्त करना: अपनी भावना बताना।
185. भविष्य बताना: भविष्यवाणी करना।
186. भरपाई करना: हानि पूरी करना।
187. भगवान की कृपा: ईश्वर की दया।
188. भाड़ में जाना: कोई परवाह न करना।
189. मुँह बंद रखना: चुप रहना।
190. मुँह पर ताला लगाना: कुछ न बोलना।
191. मुँह लटकाना: उदास दिखना।
192. मुंह की खाना: हार जाना।
193. मुसीबत में पड़ना: संकट में फंसना।
194. मूर्ख बनाना: धोखा देना।
195. मेवे की तरह पिसना: अत्यधिक मेहनत करना।
196. मेहमान नवाजी करना: स्वागत करना।
197. मेलजोल रखना: संपर्क में रहना।
198. मेहनत रंग लाना: सफलता मिलना।
199. मुश्किल हालात: कठिन स्थिति।
200. मतलब की दोस्ती: स्वार्थी संबंध।
201. मतलब निकालना: स्वार्थ सिद्ध करना।
202. मतलब की बात: आवश्यक विषय।
203. माथा ठोकना: पछताना।
204. माथे पर बल पड़ना: चिंता होना।
205. माँग में सिंदूर भरना: विवाह करना।
206. मायूस होना: निराश होना।
207. मर्जी चलाना: अपनी इच्छा थोपना।
208. मुट्ठी गरम करना: रिश्वत देना।
209. मुंह खुलवाना: सच उगलवाना।
210. मुंह चमकाना: खुशामद करना।
211. मुंह दिखाई: पहली बार दर्शन।
212. मुंह मोड़ना: दूरी बनाना।
213. मुँह फुलाना: रूठ जाना।
214. मुँह में पानी भर आना: ललचाना।
215. मुँह में दही जमा लेना: चुप रहना।
216. मुँह में राम बगल में छुरी: कपटी होना।
217. मुँह पर पानी न टिकना: अस्थिर होना।
218. मुँह पर वार करना: सामने हमला करना।
219. मुँह मांगी मुराद पाना: इच्छापूर्ति होना।
220. मौज उड़ाना: आनंद लेना।
221. राई का पहाड़ बनाना: बात को बढ़ाना।
222. रास्ता निकालना: समाधान ढूंढना।
223. रंग बदलना: धोखा देना।
224. रंग में भंग डालना: मजा खराब करना।
225. रंगे हाथ पकड़ना: अपराध करते पकड़ना।
226. रस्सी जल गई बल नहीं गया: स्वाभिमान बना रहना।
227. रात-दिन एक करना: कड़ी मेहनत करना।
228. राहत की सांस लेना: चैन पाना।
229. रोटी बेलना: कड़ी मेहनत करना।
230. रुपये पानी की तरह बहाना: बेफिजूल खर्च करना।
231. लालच में आना: लोभ करना।
232. लकीर का फकीर: पुराने ढर्रे पर चलने वाला।
233. लज्जा छोड़ना: निर्लज्ज होना।
234. लाभ उठाना: फायदा लेना।
235. लोहे के चने चबाना: कठिन काम करना।
236. वादे पर खरा उतरना: प्रतिज्ञा निभाना।
237. वक्त का पहिया घुमना: समय बदलना।
238. वक्त से पहले कुछ होना: जल्दी होना।
239. वक्त की मार: समय का प्रहार।
240. व्यवस्था बनाना: प्रबंध करना।
241. विचार विमर्श करना: चर्चा करना।
242. विश्वास टूटना: भरोसा खत्म होना।
243. विश्वास में लेना: भरोसे में लेना।
244. विश्वास जताना: भरोसा दिखाना।
245. व्यवस्था बिगाड़ना: अव्यवस्था करना।
246. व्यवहार सुधारना: आचरण ठीक करना।
247. विद्या का दीप जलाना: ज्ञान फैलाना।
248. विजय पताका फहराना: जीत हासिल करना।
249. वीरता दिखाना: साहस दिखाना।
250. शीश झुकाना: सम्मान देना।
251. शीशा दिखाना: सच्चाई दिखाना।
252. शेर दिल होना: बहादुर होना।
253. शब्दों की माला पिरोना: सुंदर शब्दों में कहना।
254. शब्दों के तीर चलाना: कटु वचन कहना।
255. शब्दों का जाल बुनना: चालाकी से बात करना।
256. शांति स्थापित करना: शांति बहाल करना।
257. सच्चाई उजागर करना: सच बताना।
258. सतीत्व की रक्षा करना: पवित्रता बचाना।
259. सबसे आगे रहना: नेतृत्व करना।
260. सफलता प्राप्त करना: कामयाबी पाना।
261. साजिश रचना: षड्यंत्र करना।
262. साँप और सीढ़ी का खेल: उतार-चढ़ाव का खेल।
263. साँप सूंघ जाना: डर से चुप रहना।
264. सांप निकल गया लाठी पीटना: बेकार मेहनत करना।
265. सिरे से नकारना: पूरी तरह अस्वीकार करना।
266. सिर झुकाना: आदर देना।
267. सिर पकड़ कर बैठना: परेशान होना।
268. सिर पर कफन बांधना: मरने को तैयार रहना।
269. सिर पर हाथ रखना: सहायता करना।
270. सिर पर से पानी गुजरना: असहनीय हो जाना।
271. सिर के बल चलना: उल्टा काम करना।
272. सिफारिश करना: सिफारिश देना।
273. सुर्खरू होना: प्रसिद्ध होना।
274. सुलह करना: मेल करना।
275. सुख-दुख में साथ देना: समर्थन करना।
276. सुई का काम करना: बारीकी से काम करना।
277. सूपड़ा साफ करना: पूरी तरह खत्म करना।
278. सूर्य समान चमकना: बहुत प्रसिद्ध होना।
279. सूर्य अस्त होना: समाप्त होना।
280. सैर करना: घूमना।
281. सेहरा बांधना: शादी करना।
282. सेना सजाना: युद्ध के लिए तैयार करना।
283. सौ बात की एक बात: मुख्य बात।
284. सोंधी खुशबू: मिट्टी की महक।
285. संकल्प लेना: प्रतिज्ञा करना।
286. संकेत करना: इशारा करना।
287. सीख देना: उपदेश देना।
288. सीख लेना: शिक्षा पाना।
289. सिर उठाकर जीना: सम्मान से रहना।
290. सिर नीचा करना: शर्मिंदा करना।
291. सिर पर कर्ज होना: कर्जदार होना।
292. सिर पर आग गिरना: विपत्ति आना।
293. साज-श्रृंगार करना: सजना।
294. सीना ठोककर कहना: दृढ़ता से कहना।
295. सीना तानना: गर्व करना।
296. सीने में दबी बात: छुपा हुआ सच।
297. सीने में चुभना: बुरा लगना।
298. सीने में आग लगना: जलन होना।
299. सीधा मुँह न देखना: उपेक्षा करना।
300. सीधा साधा दिखना: सरल दिखना।
301. सीधी उंगली से घी न निकलना: आसानी से काम न होना।
302. सूखा-सूखा गप लड़ाना: बिना मतलब बातें करना।
303. सूखी रोटी खाना: साधारण जीवन जीना।
304. सूरज को दीपक दिखाना: ज्ञानी को उपदेश देना।
305. सूरज ढलना: समय समाप्त होना।
306. सूरज की तरह चमकना: बहुत प्रसिद्ध होना।
307. सूरज निकलना: अच्छे दिन आना।
308. सेक कर देखना: परखना।
309. सैर सपाटा करना: घूमना-फिरना।
310. सोंधी मिट्टी की खुशबू: अपनी मिट्टी से लगाव।
311. हक जमाना: अधिकार जताना।
312. हाथ काट लेना: नुकसान करना।
313. हाथ का सफाई दिखाना: चतुराई दिखाना।
314. हाथ खींच लेना: पीछे हट जाना।
315. हाथ मलना: पछताना।
316. हाथ से निकल जाना: काबू से बाहर होना।
317. हाथ में हाथ डालना: साथ देना।
318. हाथ में लेना: जिम्मेदारी लेना।
319. हाथ से फिसलना: अवसर चूक जाना।
320. हाथों हाथ बिकना: तुरंत बिक जाना।
321. हार मान लेना: पराजय स्वीकार करना।
322. हार जीत का सवाल: सम्मान का प्रश्न।
323. हवा का रुख देखना: समय के अनुसार चलना।
324. हवा में उड़ाना: अफवाह फैलाना।
325. हवा बन जाना: गायब हो जाना।
326. हालत बिगड़ना: स्थिति खराब होना।
327. हिम्मत हारना: साहस छोड़ना।
328. हीरे मोती लुटाना: धन खर्च करना।
329. हीरे जैसा दिल: उदार हृदय।
330. होश उड़ जाना: डर जाना।
331. होश में आना: सुध लेना।
332. होशियारी दिखाना: चालाकी करना।
333. हृदय परिवर्तन होना: सोच बदलना।
334. हृदय विदारक: बहुत दुखद।
335. हड्डी तोड़ मेहनत: बहुत कठिन परिश्रम।
336. हरी झंडी मिलना: अनुमति मिलना।
337. हल्दी लगे न फिटकिरी: बिना मेहनत लाभ।
338. हल्का करना: बोझ कम करना।
339. हवाई किला बनाना: कल्पना करना।
340. हवाई बात करना: बेबुनियादी बातें करना।
341. हड्डी में दम होना: ताकतवर होना।
342. हँसते-हँसते काम निकालना: सरलता से काम करना।
343. हँसी उड़ाना: मजाक बनाना।
344. हँसना खेलना: बहुत आसान।
345. हाँ में हाँ मिलाना: सहमति देना।
346. हाथ पीला करना: विवाह करना।
347. हाथ ऊँचा करना: मारना।
348. हाथ जोड़ना: प्रार्थना करना।
349. हाथ लगाना: शुरू करना।
350. हाथी के दांत दिखाने के और खाने के और: छल-कपट करना।
351. हवन में आहुति देना: सहयोग करना।
352. हँसते-हँसते जान देना: वीरता से मरना।
353. हद में रहना: मर्यादा में रहना।
354. हद पार करना: सीमा लांघना।
355. होश गुम होना: अचेत हो जाना।
356. होशियार बनना: चतुर दिखना।
357. हलाल करना: मार देना।
358. हड्डी गलाना: मेहनत करना।
359. हिम्मत दिखाना: साहस करना।
360. हड्डी का काम करना: कठिन श्रम करना।
361. हार का गहना पहनना: पराजित होना।
362. हक अदा करना: न्याय करना।
363. हांडी में पकाना: गुप्त रूप से कार्य करना।
364. हवा में लहराना: प्रसिद्ध होना।
365. हल्की बात करना: मजाक करना।
366. हीरे की परख करना: मूल्यांकन करना।
367. हीरे जैसा चमकना: बहुत तेज होना।
368. होश सँभालना: जागरूक होना।
369. हँसते हुए टालना: बात को टालना।
370. हाथ में खेलना: नियंत्रण में रखना।
371. हाथ में हाथ डालना: सहयोग करना।
372. हाथ धो बैठना: खो देना।
373. हाथ मलते रह जाना: पछताना।
374. हाथ में रख लेना: काबू में लेना।
375. हाथ झटक लेना: इनकार करना।
376. हाथ पकड़ना: सहायता करना।
377. हाथ साफ करना: चोरी करना।
378. हाथ थामना: मदद करना।
379. हाथ मजबूत करना: सहायता करना।
380. हाथों में खेलना: सरल होना।
381. हाथ पाँव मारना: प्रयत्न करना।
382. हंस का पाँव पकड़ना: बुद्धिमानों को मूर्ख बनाना।
383. हँस के गले लगाना: प्रेम से स्वागत करना।
384. हँसी उड़ाना: मजाक बनाना।
385. हीरे की कदर न करना: मूल्य नहीं समझना।
386. हवा में बातें करना: आधारहीन बातें करना।
387. हवा से बात करना: बहुत तेज होना।
388. हँसी-ठिठोली करना: मजाक करना।
389. हल्की बात बनाना: बहाना बनाना।
390. हीरे-मोती लुटाना: बहुत खर्च करना।
391. हवा से उड़ना: बहुत तेज भागना।
392. हाथ की सफाई दिखाना: चतुराई से काम करना।
393. हाथ जोड़कर खड़ा होना: प्रार्थना करना।
394. हाथ झाड़ लेना: नाता तोड़ लेना।
395. हाथ हिलाना: अलविदा कहना।
396. हाथ में लेना: आरंभ करना।
397. हाथ से निकल जाना: अवसर चूकना।
398. हाथ मलना: पछताना।
399. हाथोंहाथ लेना: स्वागत करना।
400. हाथ पाँव फूलना: डर जाना।
401. हाथ उठाना: मारपीट करना।
402. हाथ-पाँव मारना: पूरी कोशिश करना।
403. हाथ तंग होना: आर्थिक स्थिति खराब होना।
404. हाथ झटकना: सहयोग से मना करना।
405. हवाई महल बनाना: कल्पना में खो जाना।
406. हीरे की चमक होना: बहुमूल्य होना।
407. हार मानना: पराजय स्वीकार करना।
408. हद से गुजरना: सीमा पार करना।
409. हाथ फैलाना: याचना करना।
410. हवा का झोंका: क्षणिक प्रभाव।
411. होश ठिकाने आना: समझ आना।
412. होश में रहना: सचेत रहना।
413. हृदय तोड़ना: दुख पहुँचाना।
414. हृदय की बात: दिल की बात।
415. हाथ मिलाना: समझौता करना।
416. हाथ के कंगन को आरसी क्या: प्रत्यक्ष प्रमाण।
417. हड्डी-पसली एक कर देना: कठोर परिश्रम करना।
418. हाथ में रह जाना: अधूरा रह जाना।
419. हाथ धोना: त्याग करना।
420. हँसी-मजाक करना: खेल-खेल में बात करना।
421. हीरे की तरह चमकना: नाम कमाना।
422. हंसना रोना: जीवन के उतार-चढ़ाव।
423. हाथ की सफाई: चतुराई।
424. हवा में उड़ाना: व्यर्थ करना।
425. हाथ में खेलना: आसान होना।
426. हाथ-पैर फूल जाना: घबरा जाना।
427. हाथ हटा लेना: मदद बंद करना।
428. हाथ लगाना: आरंभ करना।
429. हाथ दिखाना: विदाई देना।
430. हाथ थाम लेना: मदद करना।
431. हवा में बातें करना: आधारहीन बातें करना।
432. हवा बदलना: स्थिति बदलना।
433. हाथ साफ होना: ईमानदार होना।
434. हठ पकड़ना: जिद करना।
435. हंसते खेलते: सरलता से।
436. हाथ गंदा करना: बुरा काम करना।
437. होश गुम होना: परेशान होना।
438. होशियार होना: चतुर होना।
439. हाथ कंगन को आरसी क्या: प्रत्यक्ष प्रमाण।
440. होश में आना: जागरूक होना।
441. हौसला पस्त होना: मनोबल टूटना।
442. होश उड़ जाना: घबरा जाना।
443. हाथ सम्हालना: ध्यानपूर्वक काम करना।
444. हाथ खोलना: खर्च करना।
445. हवा हो जाना: गायब हो जाना।
446. हीरे-मोती जुटाना: संपत्ति एकत्र करना।
447. हाथ पैर चलाना: लड़ाई करना।
448. हाथ से निकल जाना: अवसर खो देना।
449. हाथी के पाँव में सबका पाँव: बड़े के साथ छोटे का महत्व नहीं।
450. हाथ में लेना: नियंत्रण करना।
451. होश खो बैठना: सुध-बुध खो देना।
452. हवा में लहराना: बहुत प्रसिद्ध होना।
453. हंसमुख स्वभाव: प्रसन्नचित्त होना।
454. हाथ पकड़ना: सहायता करना।
455. हाथ मलते रह जाना: पछताना।
456. हृदय परिवर्तन: सोच बदलना।
457. हाथ बँटाना: मदद करना।
458. हाथ खींचना: दूरी बना लेना।
459. हाथ आजमाना: प्रयास करना।
460. हाथ ऊँचा करना: प्रभुत्व जमाना।
461. हाथ पाँव मारना: पूरा प्रयास करना।
462. होशियार बनना: चालाक बनना।
463. हाँ में हाँ मिलाना: समर्थन करना।
464. हौसला अफजाई करना: उत्साहित करना।
465. हरा-भरा रहना: समृद्ध रहना।
466. हड्डियाँ गलाना: कठोर मेहनत करना।
467. हिम्मत टूटना: साहस हारना।
468. हाथ सम्हालना: सावधानी बरतना।
469. हकीकत में आना: सच का सामना करना।
470. हुक्म चलाना: आदेश देना।
471. होश सँभालना: सतर्क होना।
472. हक जताना: अधिकार मांगना।
473. हवा बिगड़ना: परिस्थिति बिगड़ना।
474. हिम्मत दिखाना: साहस करना।
475. हाथ का कंगन आरसी क्या: प्रत्यक्ष प्रमाण।
476. हीरे की परख करना: मूल्यांकन करना।
477. हौसला रखना: धैर्य रखना।
478. होश उड़ जाना: डर जाना।
479. हाथी बन जाना: अहंकारी बनना।
480. होश में रहना: सचेत रहना।
481. हाथ फैलाना: याचना करना।
482. हीरे-मोती लुटाना: धन खर्च करना।
483. होश में आना: जागरूक होना।
484. हाथ लगाना: पकड़ना।
485. होश खो बैठना: सुध-बुध खो देना।
486. हाथ जोड़ना: विनती करना।
487. हाथ हिलाना: विदा करना।
488. हाथ धो बैठना: नुकसान उठा लेना।
489. होश गुम होना: घबरा जाना।
490. हाथ से निकल जाना: अवसर चूक जाना।
491. होशियार बनना: चतुर बनना।
492. हाथ साफ करना: चोरी करना।
493. हाथ मजबूत करना: सहायता करना।
494. हाथ में खेलना: सरल होना।
495. हाथोंहाथ लेना: तुरंत स्वीकार करना।
496. होश में आना: चेतना आना।
497. हाथ का जादू दिखाना: चमत्कार दिखाना।
498. हाथ झाड़ लेना: नाता तोड़ लेना।
499. हाथ मलना: पछताना।
500. हाथ पकड़ना: सहायता करना।